कमलकीर्ति जैन भट्टारक थे। इनके समय में कविवर रइधू ने चन्द्रवाड़ में भगवान चन्द्रप्रभु की मूर्ति की प्रतिष्ठा की थी। भट्टारकों का जैन धर्म को ग्वालियर में बनाये रखने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।