भारत का लथपथ नायक -नीलम प्रभा

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भारत का लथपथ नायक -नीलम प्रभा
नीलम प्रभा
कवि नीलम प्रभा
जन्म 12 जुलाई
जन्म स्थान बक्सर, बिहार
अन्य नीलम प्रभा की वर्ष 1971 से वर्ष 1979 तक रचनाएं साप्ताहिक हिंदुस्तान, कादम्बिनी, धर्मयुग में नियमित प्रकाशित हुई।
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
नीलम प्रभा की रचनाएँ

जब से होश संभाला
यही सुनते रहे,
यही पढ़ते रहे,
जब भी भारत का परिचय दिया
यही कहने को कहा गया,
यही कहते रहे ...
जय जवान, जय किसान
कि भारत जवानों का देश है
कि भारत किसानों का देश है...!

कई मौके आए जब देखा
कि भारत कैसे जवानों का देश है !
मगर,
जीवन के तकरीबन
साठ बासठ साल बिताने के बाद,
इस साल देखा है ...
कि भारत सही मायनों में,
दहकानों का देश है,
काश्तकारों का देश है,
किसानों का देश है।

ये हलधर हैं, बलबीर हैं,
बलदाऊ हैं, बलराम हैं,
टकराने वालो, याद रहे,
कि संग खड़े घनश्याम हैं...

ये धूप, आग, आंधी, पानी सहनेवाले,
ये थोड़ा लेकर कितना कुछ देनेवाले,
हक पर इनके जो गिरा सियासी कुठार है,
कुछ नहीं मांगने वालों का,
सदियों से देनेवालों का
आहत, लथपथ अधिकार है...
भारत का नायक रोता है,
तो देखो, अब क्या होता है !

नीलम प्रभा

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