अजैविक

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अजैव पारिस्थितिक तंत्र के वे घटक होते हैं, जो जीवित नहीं होते। ये परिवेश जीवन रहित होता है।[1]

  • इनमें खनिज मृदा कण, जल, वायुमण्डलीय गैसें और अकार्बनिक नमक सम्मिलित किए जाते हैं।
  • 'अजैव' शब्द का प्रयोग जीव पर भौतिक एवं रासायनिक प्रभावों के लिए भी किया जाता है, जैसे- आर्द्रता, तापक्रम आदि।


इन्हें भी देखें: अजैविक कारक


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भौगोलिक शब्दावली |लेखक: आर. पी. चतुर्वेदी |प्रकाशक: रावत पब्लिकिशन, जयपुर व नई दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 01 |

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