पंचद्रविड़ प्राचीन समय में द्रविड़, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र एवं तेलंगाना या आंध्र को सामूहिक रूप से कहा जाता था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 512 |
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