पूर्ववर्ती अपवाह से आशय नदियों के अपनी पुरानी घाटियों में ही प्रवाहित होने से है।
- इस प्रकार का अपवाह नदियों की तेज़ धाराओं से विकसित होता है।
- नदी अपने मार्ग में आने वाली भौतिक बाधाओं को काटते हुए पुरानी घाटी में ही आगे बढ़ती है।
- सिन्धु नदी, सतलुज नदी, ब्रह्मपुत्र नदी, गंडक नदी तथा कोसी नदी इसके उदाहरण हैं।