भाभर शिवालिक की पदस्थली पर स्थित एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र है।
- इस क्षेत्र की सरन्ध्रता इतनी अधिक है कि यहाँ पर सारी नदियाँ लुप्त हो जाती हैं।
- यहाँ पर 'यूलालिओप्सिस बिनाता' नामक स्थानीय घास पुमुख रूप से पाई जाती है।
- इस घास के यहाँ बड़ी मात्रा में पाए जाने से ही इस क्षेत्र का नाम 'भाभर' पड़ा।
- अधिकांशत: इस घास का उपयोग मुख्यत: कागज़ और रस्सी बनाने के लिए किया जाता है।