"गीता 1:19": अवतरणों में अंतर
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "ह्रदय" to "हृदय") |
|||
पंक्ति 20: | पंक्ति 20: | ||
---- | ---- | ||
<div align="center"> | <div align="center"> | ||
'''स घोषो धार्तराष्ट्राणां | '''स घोषो धार्तराष्ट्राणां हृदयानि व्यदारयत् ।'''<br /> | ||
'''नभश्च पृथिवीं चैव तुमुलो व्यनुनादयन् ।।19।।''' | '''नभश्च पृथिवीं चैव तुमुलो व्यनुनादयन् ।।19।।''' | ||
</div> | </div> | ||
पंक्ति 32: | पंक्ति 32: | ||
और उस भयानक शब्द ने आकाश और [[पृथ्वी देवी|पृथ्वी]] को भी गुँजाते हुए <balloon link="धृतराष्ट्र" title="धृतराष्ट्र पाण्डु के बड़े भाई थे । गाँधारी इनकी पत्नी थी और कौरव इनके पुत्र । पाण्डु के बाद हस्तिनापुर के राजा बने । | और उस भयानक शब्द ने आकाश और [[पृथ्वी देवी|पृथ्वी]] को भी गुँजाते हुए <balloon link="धृतराष्ट्र" title="धृतराष्ट्र पाण्डु के बड़े भाई थे । गाँधारी इनकी पत्नी थी और कौरव इनके पुत्र । पाण्डु के बाद हस्तिनापुर के राजा बने । | ||
¤¤¤ आगे पढ़ने के लिए लिंक पर ही क्लिक करें ¤¤¤"> | ¤¤¤ आगे पढ़ने के लिए लिंक पर ही क्लिक करें ¤¤¤"> | ||
धृतराष्ट्र</balloon> के यानी आपके पक्ष वालों के | धृतराष्ट्र</balloon> के यानी आपके पक्ष वालों के हृदय विदीर्ण कर दिये ।।19।। | ||
| style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"| | | style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"| |
14:43, 5 दिसम्बर 2010 का अवतरण
गीता अध्याय-1 श्लोक-19 / Gita Chapter-1 Verse-19
|
||||
|
||||
|
||||
|
||||