"गीता 1:41": अवतरणों में अंतर
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वर्णसंकर सन्तान के उत्पन्न होने से क्या-क्या हानियाँ होती हैं, <balloon link="अर्जुन" title="महाभारत के मुख्य पात्र है। पाण्डु एवं कुन्ती के वह तीसरे पुत्र थे । अर्जुन सबसे अच्छा धनुर्धर था। वो द्रोणाचार्य का शिष्य था। द्रौपदी को स्वयंवर | वर्णसंकर सन्तान के उत्पन्न होने से क्या-क्या हानियाँ होती हैं, <balloon link="अर्जुन" title="महाभारत के मुख्य पात्र है। पाण्डु एवं कुन्ती के वह तीसरे पुत्र थे । अर्जुन सबसे अच्छा धनुर्धर था। वो द्रोणाचार्य का शिष्य था। द्रौपदी को स्वयंवर में जीतने वाला वो ही था। | ||
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07:50, 20 फ़रवरी 2011 का अवतरण
गीता अध्याय-1 श्लोक-41 / Gita Chapter-1 Verse-41
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