श्रेष्ठ धनुष वाले काशिराज और महारथी शिखण्डी एवं <balloon link="धृष्टद्युम्न" title="ये द्रुपद का पुत्र तथा द्रौपदी का भाई था। द्रोणाचार्य का वध इसी ने किया।
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धृष्टद्युम्न</balloon> तथा राजा विराट और अजेय सात्यकि, राजा <balloon link="द्रुपद" title=" द्रौपदी के पिता । शिक्षा काल में द्रुपद और द्रोण की गहरी मित्रता थी।
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द्रुपद</balloon> एवं <balloon link="द्रौपदी" title="द्रौपदी का जन्म महाराज द्रुपद के यहाँ यज्ञकुण्ड से हुआ था । महाभारत में द्रौपदी का विवाह पाँचों पाण्डव से हुआ ।
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द्रौपदी</balloon> के पाँचों पुत्र और बड़ी भुजावाले <balloon link="सुभद्रा" title="बलराम व कृष्ण की बहन थीं, और अर्जुन की पत्नी व अभिमन्यु की माता ।
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सुभद्रा</balloon> पुत्र <balloon link="अभिमन्यु" title="महाभारत के एक महत्त्वपूर्ण पात्र अभिमन्यु पाँच पांडवों में से अर्जुन के पुत्र थे। इनकी माता का नाम सुभद्रा था।
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अभिमन्यु</balloon> इन सभी ने, राजन् ! सब ओर से अलग-अलग शंख बजाये ।।17-18।।
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And the excellent archer, the king of Kasi and Sikhandi the maharathi (greatcar-warrior), Dhrastadyaumna and Virata; and invincible Satyaki, Drupada as well as the five sons of Draupadi, and the mighty-armed Abhimanyu, son of Subhadra, all of them, O lord of the earth, severally blew their respective conchs form all sides.(17-18)
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