हे <balloon title="मधुसूदन, केशव, वासुदेव, माधव, जनार्दन भगवान् कृष्ण का ही सम्बोधन है ।" style="color:green">केशव</balloon> ! मैं लक्षणों को भी विपरीत ही देख रहा हूँ तथा युद्ध में स्वजन-समुदाय को मारकर कल्याण भी नहीं देखता ।।31।।
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Kesava, I see such omens of evil, nor do I see any good in killing my kinsmen in battle.(31)
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