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'''भक्तपुर''' एक नगर है, जो मध्य [[नेपाल]], नेपाल घाटी में, [[काठमांडू]] के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इसका 'भटगांव' या 'भदगांव' नाम भी प्रचलित है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारत ज्ञानकोश, खण्ड-4|लेखक=इंदु रामचंदानी|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=एंसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और पॉप्युलर प्रकाशन, मुम्बई|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=113|url=}}</ref> | '''भक्तपुर''' एक नगर है, जो मध्य [[नेपाल]], नेपाल घाटी में, [[काठमांडू]] के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इसका 'भटगांव' या 'भदगांव' नाम भी प्रचलित है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारत ज्ञानकोश, खण्ड-4|लेखक=इंदु रामचंदानी|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=एंसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और पॉप्युलर प्रकाशन, मुम्बई|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=113|url=}}</ref> | ||
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*भक्तपुर में लकड़ी की बढ़िया कारीगरी के प्राचीन नमूनों का एक स्थानीय संग्रहालय भी है। | *भक्तपुर में लकड़ी की बढ़िया कारीगरी के प्राचीन नमूनों का एक स्थानीय संग्रहालय भी है। | ||
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11:39, 24 सितम्बर 2014 के समय का अवतरण
भक्तपुर
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विवरण | 'भक्तपुर' नेपाल का प्रसिद्ध नगर और प्रमुख धार्मिक स्थल है। |
राज्य | नेपाल |
ज़िला | भक्तपुर ज़िला |
जनसंख्या | 81,748 (2011) |
धर्म | हिन्दू, बौद्ध |
क्या देखें | 'नजतपोल देवाई मंदिर' और 'मैरव मंदिर'। |
संबंधित लेख | पशुपतिनाथ मन्दिर |
अन्य जानकारी | भक्तपुर में लकड़ी की बढ़िया कारीगरी के प्राचीन नमूनों का एक स्थानीय संग्रहालय भी है। |
भक्तपुर एक नगर है, जो मध्य नेपाल, नेपाल घाटी में, काठमांडू के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इसका 'भटगांव' या 'भदगांव' नाम भी प्रचलित है।[1]
- कहा जाता है कि राजा आनंदमल्ल ने 865 ई. में इस नगर की स्थापना की थी।
- भक्तपुर लगभग 200 वर्षों तक तराई की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण बस्ती बना रहा था।
- इस नगर के दरबार चौक में 1700 ई. में बने एक पुराने महल की लकड़ियों पर की गई बेहतरीन नक़्क़ाशी और महीन काम वाला सुनहरा मुख्य द्वार आज भी परिरक्षित है। इसके सामने पत्थर के एक स्तम्भ पर महाराजा भूपतींद्रमल्ल की तांबे की मुलम्मेदार मूर्ती बनी है। दरबार चौक में और भी कई मंदिर हैं।
- इसके दक्षिण में एक और चौक है, जहाँ 18वीं शताब्दी का पांच मंजिला 'नजतपोल देवाई मंदिर' और तांबे के दो मिथकीय सिंहों से संरक्षित एक मैरव मंदिर भी है।
- भक्तपुर में लकड़ी की बढ़िया कारीगरी के प्राचीन नमूनों का एक स्थानीय संग्रहालय भी है।
- वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भक्तपुर की जनसंख्या 81,748 थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत ज्ञानकोश, खण्ड-4 |लेखक: इंदु रामचंदानी |प्रकाशक: एंसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और पॉप्युलर प्रकाशन, मुम्बई |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 113 |