अक्काद

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:36, 9 जुलाई 2014 का अवतरण (''''अक्काद''' ईरान का प्राचीन प्रदेश और नगर, उत्तरी बाब...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

अक्काद ईरान का प्राचीन प्रदेश और नगर, उत्तरी बाबुल (बेबीलोनिया) से अभिन्न; निचले मेसोपोतामिया का भाग। अक्काद वह प्रदेश था, जहाँ दजला और फ़रात नदियाँ अपने मुहानों पर एक-दूसरे के अत्यंत समीप आ गई हैं। इसी प्रदेश में बेबीलोनिया के प्राचीन नगर कीश, बाबुल, सिप्पर, बोरसिप्पा, कुथा और ओपिस बसे हुए थे।[1]

  • अक्काद के भग्नावशेषों की सही पहचान में विद्वानों में मतभेद है। सर ई. ए. वालिस वज ने 1891 ई. में तेल-एल-दीर को खोदकर उसके खंडहरों को अक्काद माना था। उधर लैगडन ने सिप्पर याखुरू को अक्काद घोषित किया है।
  • उत्तरी बाबुल में अक्काद चाहे जहाँ भी रहा हो, यह प्राचीन काल (ल. 2500-2400 ई. पू.) का अति ऐश्वर्यशाली नगर था, जो अपने नाम के विस्तृत साम्राज्य की राजधानी बन गया था।
  • पुराविदों की राय में इतिहास का पहला साम्राज्य इसी अक्काद के राजाओं ने स्थापित किया था।
  • पहले अक्काद में अशेमी सुमेरियों का राज था, बाद को कीश के एक शेमी परिवार के विजेता सारगोन ने सुमेरी शक्ति नष्ट कर अपना साम्राज्य स्थापित किया। उसने अक्काद को अपनी राजधानी बनाया, जिससे 'बाइबिल' की पुरानी पोथी और प्राचीन इतिहास में उसकी अक्काद का सारगोन<ref>अक्कादीय सारगोन</ref संज्ञा प्रसिद्ध हुई।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अक्काद (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 09 जुलाई, 2014।

संबंधित लेख