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06:14, 9 अगस्त 2012 के समय का अवतरण
- महाकवि पुष्पदंत के दो आश्रयदाता थे। प्रथम राष्ट्रकूट वंश के महाराजाधिराज कृष्णराज (तृतीय) के महामात्य भरत और दूसरे महामात्य भरत के पुत्र नन्न, जो आगे चल कर महामात्य नन्न हुए। इन्हीं दोनों के प्रोत्साहन से महाकवि पुष्पदंत ने अनेक ग्रंथों की रचना की।
- कोश ग्रंथ जैन साहित्य के महाकवि पुष्पदंत का ग्रंथ है।
- यह देशज शब्दों का एक कोश है।
- इस कोश से महाकवि का भाषा पर अधिकार ज्ञात होता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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