अवशिष्ट पर्वत (अंग्रेज़ी: Residual Mountains or Reliet Mountains) का निर्माण विभिन्न कारकों द्वारा अपरदन से होता है, जैसे- भारत के अरावली, नीलगिरि आदि।
- नदी, वायु, हिमनदी जैसे अपरदन के कारक प्राचीन कालीन उच्च भूभाग को अपरदन के द्वारा कुरेद देते हैं। इसके बाद बाकी बचे हुए भाग को अवशिष्ट पर्वत अथवा घर्षित पर्वत कहते हैं।
- भारत में नीलगिरी, पारसनाथ तथा राजमहल की पहाड़ियां तथा मध्य स्पेन के सीयरा तथा अमेरिका के मैसा एवं बूटे की पहाड़ियां अवशिष्ट पर्वत के उदाहरण हैं।
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