ज्वालामुखी के विस्फोट से निकले लावा के जमा होने से जिस स्थलाकृति का निर्माण होता है, उसे 'ज्वालामुखी शंकु' (अंग्रेज़ी: Volcanic Cone) कहते हैं। लावा जब ज्वालामुखी छिद्र के चारों ओर क्रमशः जमा होने लगता है तो ज्वालामुखी शंकु का निर्माण होता है। जब जमाव अधिक हो जाता है तो शंकु काफी बड़ा हो जाता है और पर्वत का रूप धारण कर लेता है। इस प्रकार के शंकु को "ज्वालामुखी पर्वत" कहते हैं।
प्रकार
ज्वालामुखी लावा के उद्गार की घटती तीव्रता के आधार पर ज्वालामुखी शंकु निम्नलिखित प्रकार के होते हैं-
- सिंडर या राख शंकु
- लावा शंकु
- अम्लीय लावा शंकु
- क्षारीय लावा शंकु
- मिश्रित ज्वालामुखी शंकु
- परिपोषित शंकु
इन्हें भी देखें: पर्वत, पहाड़ी, पर्वतमाला, पर्वत कटक एवं पर्वत श्रेणी
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