"खादर": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''खादर''' उस भू-भाग को कहा जाता है, जहाँ प्रति वर्ष नदिय...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''खादर''' उस भू-भाग को कहा जाता है, जहाँ प्रति वर्ष नदियों की बाढ़ का पानी पहुँचता रहता है।
'''खादर''' उस भू-भाग को कहा जाता है, जहाँ प्रति वर्ष नदियों की बाढ़ का पानी पहुँचता रहता है।


*इस भाग की मिट्टी सदैव नवीन होती रहती है।
*इस भाग की [[मिट्टी]] सदैव नवीन होती रहती है।
*मिट्टी की नवीनता के कारण भूमि की ऊपजाऊ शक्ति में निरन्तर वृद्धि होती रहती है।
*मिट्टी की नवीनता के कारण भूमि की ऊपजाऊ शक्ति में निरन्तर वृद्धि होती है।
*खादर के भू-भाग की यह विशेषता है कि यहाँ मिट्टी सदैव पोषक तत्त्वों से भरपूर रहती है।


*नदियों की बाढ़ के साथ बहकर आई मिट्टी इस भू-भाग को पूरी तरह से उपजाऊ बना देती है।
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{भूगोल शब्दावली}}
{{भूगोल शब्दावली}}

05:03, 23 अक्टूबर 2011 के समय का अवतरण

खादर उस भू-भाग को कहा जाता है, जहाँ प्रति वर्ष नदियों की बाढ़ का पानी पहुँचता रहता है।

  • इस भाग की मिट्टी सदैव नवीन होती रहती है।
  • मिट्टी की नवीनता के कारण भूमि की ऊपजाऊ शक्ति में निरन्तर वृद्धि होती है।
  • खादर के भू-भाग की यह विशेषता है कि यहाँ मिट्टी सदैव पोषक तत्त्वों से भरपूर रहती है।
  • नदियों की बाढ़ के साथ बहकर आई मिट्टी इस भू-भाग को पूरी तरह से उपजाऊ बना देती है।

संबंधित लेख