"सेवा": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) (''''सेवा''' उत्तर भारत में प्रचलित 'प्राचीन भारतीय कृष...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "==संबंधित लेख== " to "==संबंधित लेख== {{शब्द संदर्भ कोश}}") |
||
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 14: | पंक्ति 14: | ||
# रोगी की शुश्रूषा, बीमार की परिचर्या। | # रोगी की शुश्रूषा, बीमार की परिचर्या। | ||
# (किसी का) आश्रय, शरण। जैसे- कृपया अपनी सेवा में हमें रख लीजिए। | # (किसी का) आश्रय, शरण। जैसे- कृपया अपनी सेवा में हमें रख लीजिए। | ||
# ([[हिन्दी]] में) सेवना, क्रिया का एक भूतकालिक रूप, सेवन किया। जैसे- साधु समाज सदा तुम्ह सेवा। -[[तुलसीदास]] ([[रामचरितमानस]] 1/150/2) | |||
|व्याकरण=[[स्त्रीलिंग]] | |व्याकरण=[[स्त्रीलिंग]] | ||
|उदाहरण= | |उदाहरण= | ||
पंक्ति 20: | पंक्ति 21: | ||
|पर्यायवाची= | |पर्यायवाची= | ||
|संस्कृत=[(धातु) सेव् + अङ् + टाप्] | |संस्कृत=[(धातु) सेव् + अङ् + टाप्] | ||
|अन्य ग्रंथ= | |अन्य ग्रंथ= | ||
|संबंधित शब्द= | |संबंधित शब्द= | ||
पंक्ति 42: | पंक्ति 29: | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{ऐतिहासिक शब्दावली}} | {{शब्द संदर्भ कोश}}{{ऐतिहासिक शब्दावली}} | ||
[[Category:ऐतिहासिक शब्दावली]] | [[Category:ऐतिहासिक शब्दावली]] | ||
[[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:इतिहास कोश]] |
12:40, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
सेवा उत्तर भारत में प्रचलित 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' में एक शब्द है। सेवा का अर्थ है- भृत्यों को वेतन के बदले उपभोग के लिए करमुक्त भूमि अनुदान।
इन्हें भी देखें: सल्तनत काल की शब्दावली एवं भूगोल शब्दावली
|
|
|
|
|