"लावा शंकु": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('लावा जब ज्वालामुखी के छिद्र के चारों ओर क्रमशः ज...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
*लावा शंकु दो प्रकार के होते हैं- | *लावा शंकु दो प्रकार के होते हैं- | ||
#[[अम्लीय लावा शंकु]] | |||
#[[क्षारीय लावा शंकु]] | |||
{{seealso|पर्वत|पहाड़ी|पर्वतमाला|पर्वत कटक|पर्वत श्रेणी}} | {{seealso|पर्वत|पहाड़ी|पर्वतमाला|पर्वत कटक|पर्वत श्रेणी}} |
07:53, 9 जून 2021 के समय का अवतरण
लावा जब ज्वालामुखी के छिद्र के चारों ओर क्रमशः जमा होने लगता है तो ज्वालामुखी शंकु का निर्माण होता है। जब जमाव अधिक हो जाता है तो शंकु काफी बड़ा हो जाता है और पर्वत का रूप धारण कर लेता है।
- लावा शंकु दो प्रकार के होते हैं-
इन्हें भी देखें: पर्वत, पहाड़ी, पर्वतमाला, पर्वत कटक एवं पर्वत श्रेणी
|
|
|
|
|