"विष्टि": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "==संबंधित लेख== " to "==संबंधित लेख== {{शब्द संदर्भ कोश}}") |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[उत्तर भारत]] में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार '''विष्टि''' से अभिप्राय है- बँधुआ | [[उत्तर भारत]] में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार '''विष्टि''' से अभिप्राय है- बँधुआ मज़दूरी, बिना मज़दूरी के श्रमिक, करों के बदले का कर देने के साथ-साथ मुक्त मज़दूरी करना। | ||
{{seealso|सल्तनत काल की शब्दावली|भूगोल शब्दावली}} | {{seealso|सल्तनत काल की शब्दावली|भूगोल शब्दावली}} | ||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{ऐतिहासिक शब्दावली}} | {{शब्द संदर्भ कोश}}{{ऐतिहासिक शब्दावली}} | ||
[[Category:ऐतिहासिक शब्दावली]][[Category:शब्द संदर्भ कोश]] | [[Category:ऐतिहासिक शब्दावली]][[Category:शब्द संदर्भ कोश]] | ||
[[Category:इतिहास कोश]][[Category:कृषि कोश]][[Category:भूगोल कोश]] | [[Category:इतिहास कोश]][[Category:कृषि कोश]][[Category:भूगोल कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
12:39, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
उत्तर भारत में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार विष्टि से अभिप्राय है- बँधुआ मज़दूरी, बिना मज़दूरी के श्रमिक, करों के बदले का कर देने के साथ-साथ मुक्त मज़दूरी करना। इन्हें भी देखें: सल्तनत काल की शब्दावली एवं भूगोल शब्दावली
हिन्दी | ऐसा परिश्रम जिसका पुरस्कार न दिया जाता हो, फलित ज्योतिष के 11 करणों में से सातवाँ करण जिसे विष्टिभद्रा भी कहते हैं, एक प्रकार का पौराणिक व्रत। |
-व्याकरण | धातु, स्त्रीलिंग |
-उदाहरण | भुगतेंगे हम यह विष्टि-भार।[1] |
-विशेष | प्रत्येक मास की 30 तिथियों के 60 करणों में से 8 बार विष्टि/भद्रा होती है। कृष्ण पक्ष→ तृतीया/दशमी का उत्तरार्ध तथा सप्तमी/चतुर्दशी का पूर्वार्ध। शुक्ल पक्ष→चतुर्थी/एकादशी का उत्तरार्ध तथा अष्टमी/पूर्णिमा का पूर्वार्ध। |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | व्याप्ति, धन्धा, पेशा, बेगार, व्यवसाय, नरक-वास, भद्रा, प्रेषण, मज़दूरी। |
संस्कृत | (विष् + क्तिन) |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | विवर्ण, विवर्त |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश
टीका टिप्पणी और संदर्भ
|
|
|
|
|