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*कृतवर्मा एक यादव, भोजराज ह्रदिक के पुत्र तथा [[कौरव]] पक्ष के अतिरथी योद्धा थे। | *कृतवर्मा एक यादव, भोजराज ह्रदिक के पुत्र तथा [[कौरव]] पक्ष के अतिरथी योद्धा थे। | ||
*[[मथुरा]] पर आक्रमण के समय [[कृष्ण|श्रीकृष्ण]] ने कृतवर्मा को पूर्वी द्वार की रक्षा का भार सौंपा था। | *[[मथुरा]] पर आक्रमण के समय [[कृष्ण|श्रीकृष्ण]] ने कृतवर्मा को पूर्वी द्वार की रक्षा का भार सौंपा था। | ||
*कृततवर्मा ने बाण के मंत्री कूपकर्ण को हराया था। | *कृततवर्मा ने बाण के मंत्री कूपकर्ण को हराया था। | ||
* | *श्रीकृष्ण ने [[कृतवर्मा]] को [[हस्तिनापुर]] भी भेजा था जहाँ ये [[पाण्डव|पाण्डवों]], [[द्रोण]] तथा [[विदुर]] आदि से मिले थे और मथुरा जाकर श्रीकृष्ण से सारा हाल कह आये थे। | ||
*कृतवर्मा ने शतधंवा की सहायता करना अस्वीकार किया था। | |||
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11:22, 10 अक्टूबर 2011 का अवतरण
- कृतवर्मा एक यादव, भोजराज ह्रदिक के पुत्र तथा कौरव पक्ष के अतिरथी योद्धा थे।
- मथुरा पर आक्रमण के समय श्रीकृष्ण ने कृतवर्मा को पूर्वी द्वार की रक्षा का भार सौंपा था।
- कृततवर्मा ने बाण के मंत्री कूपकर्ण को हराया था।
- श्रीकृष्ण ने कृतवर्मा को हस्तिनापुर भी भेजा था जहाँ ये पाण्डवों, द्रोण तथा विदुर आदि से मिले थे और मथुरा जाकर श्रीकृष्ण से सारा हाल कह आये थे।
- कृतवर्मा ने शतधंवा की सहायता करना अस्वीकार किया था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
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