"देशान्तर": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''देशान्तर''' ग्लोब पर उत्तर से दक्षिण की ओर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखाएँ है। ये रेखाएँ समानान्तर नहीं होती हैं। [[पृथ्वी ग्रह|पृथ्वी]] के बीचो-बीच 0 डिग्री पर खींची गई ये रेखाएँ 'मध्याह्न रेखा' या 'ग्रीनविच रेखा' कहलाती हैं। दुनिया का [[मानक समय]] भी इसी रेखा से निर्धारित किया जाता है। एक देशान्तर का अन्तर होने पर समय में 4 मिनट का अन्तर होता है। चूंकि पृथ्वी पश्चिम से पूरब की ओर घूमती है। फलतः पूरब की ओर बढ़ने पर प्रत्येक देशान्तर पर समय 4 मिनट बढ़ता जाता है तथा पश्चिम में जाने पर प्रत्येक देशान्तर पर समय 4 मिनट घटता जाता है। | '''देशान्तर''' ग्लोब पर उत्तर से दक्षिण की ओर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखाएँ है। ये रेखाएँ समानान्तर नहीं होती हैं। [[पृथ्वी ग्रह|पृथ्वी]] के बीचो-बीच 0 डिग्री पर खींची गई ये रेखाएँ 'मध्याह्न रेखा' या 'ग्रीनविच रेखा' कहलाती हैं। दुनिया का [[मानक समय]] भी इसी रेखा से निर्धारित किया जाता है। | ||
*एक देशान्तर का अन्तर होने पर समय में 4 मिनट का अन्तर होता है। चूंकि पृथ्वी पश्चिम से पूरब की ओर घूमती है। फलतः पूरब की ओर बढ़ने पर प्रत्येक देशान्तर पर समय 4 मिनट बढ़ता जाता है तथा पश्चिम में जाने पर प्रत्येक देशान्तर पर समय 4 मिनट घटता जाता है। | |||
*देशान्तर रेखाएँ उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुव पर एक बिन्दु पर मिल जाती हैं। | *देशान्तर रेखाएँ उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुव पर एक बिन्दु पर मिल जाती हैं। | ||
*ध्रुवों से विषुवत रेखा की ओर बढ़ने पर देशान्तरों के बीच की दूरी बढ़ती जाती है। | *ध्रुवों से विषुवत रेखा की ओर बढ़ने पर देशान्तरों के बीच की दूरी बढ़ती जाती है। | ||
*[[विषुवत रेखा]] पर इनके बीच की दूरी अधिकतम (111.32 किमी.) होती है। | *[[विषुवत रेखा]] पर इनके बीच की दूरी अधिकतम (111.32 किमी.) होती है। | ||
*ग्रीनविच | *इनकी कुल संख्या 360 है। इंग्लैण्ड के ग्रीनविच नामक स्थान से गुजरने वाली देशान्तर को ‘प्रधान देशान्तर’ या 00 देशान्तर माना गया है। | ||
*इसकी बायीं की ओर की रेखाएँ पश्चिमी देशान्तर और दाहिनी ओर की रेखाएँ पूर्वी देशान्तर कहलाती हैं। | *इसकी बायीं की ओर की रेखाएँ पश्चिमी देशान्तर और दाहिनी ओर की रेखाएँ पूर्वी देशान्तर कहलाती हैं। | ||
*देशान्तर के आधार पर ही किसी स्थान का समय ज्ञात किया जाता है। | *देशान्तर के आधार पर ही किसी स्थान का समय ज्ञात किया जाता है। | ||
पंक्ति 10: | पंक्ति 10: | ||
*दुनिया का [[मानक समय]] भी इसी रेखा से निर्धारित किया जाता है। | *दुनिया का [[मानक समय]] भी इसी रेखा से निर्धारित किया जाता है। | ||
*[[लन्दन]] का शहर 'ग्रीनविच' इसी रेखा पर स्थित है, इसलिय इसे ग्रीनविच रेखा कहते है। | *[[लन्दन]] का शहर 'ग्रीनविच' इसी रेखा पर स्थित है, इसलिय इसे ग्रीनविच रेखा कहते है। | ||
*इन देशंतर रेखाओं को मध्यान्तर रेखाएं भी कहा जाता है क्योंकि एक रेखा पर स्थिति सभी स्थानों पर मध्यान्ह्न या दोपहर एक ही समय पर होता है। | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
05:28, 30 अप्रैल 2012 के समय का अवतरण
देशान्तर ग्लोब पर उत्तर से दक्षिण की ओर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखाएँ है। ये रेखाएँ समानान्तर नहीं होती हैं। पृथ्वी के बीचो-बीच 0 डिग्री पर खींची गई ये रेखाएँ 'मध्याह्न रेखा' या 'ग्रीनविच रेखा' कहलाती हैं। दुनिया का मानक समय भी इसी रेखा से निर्धारित किया जाता है।
- एक देशान्तर का अन्तर होने पर समय में 4 मिनट का अन्तर होता है। चूंकि पृथ्वी पश्चिम से पूरब की ओर घूमती है। फलतः पूरब की ओर बढ़ने पर प्रत्येक देशान्तर पर समय 4 मिनट बढ़ता जाता है तथा पश्चिम में जाने पर प्रत्येक देशान्तर पर समय 4 मिनट घटता जाता है।
- देशान्तर रेखाएँ उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुव पर एक बिन्दु पर मिल जाती हैं।
- ध्रुवों से विषुवत रेखा की ओर बढ़ने पर देशान्तरों के बीच की दूरी बढ़ती जाती है।
- विषुवत रेखा पर इनके बीच की दूरी अधिकतम (111.32 किमी.) होती है।
- इनकी कुल संख्या 360 है। इंग्लैण्ड के ग्रीनविच नामक स्थान से गुजरने वाली देशान्तर को ‘प्रधान देशान्तर’ या 00 देशान्तर माना गया है।
- इसकी बायीं की ओर की रेखाएँ पश्चिमी देशान्तर और दाहिनी ओर की रेखाएँ पूर्वी देशान्तर कहलाती हैं।
- देशान्तर के आधार पर ही किसी स्थान का समय ज्ञात किया जाता है।
- दो देशान्तर रेखाओं के बीच की दूरी 'गोरे' नाम से जानी जाती है।
- दुनिया का मानक समय भी इसी रेखा से निर्धारित किया जाता है।
- लन्दन का शहर 'ग्रीनविच' इसी रेखा पर स्थित है, इसलिय इसे ग्रीनविच रेखा कहते है।
- इन देशंतर रेखाओं को मध्यान्तर रेखाएं भी कहा जाता है क्योंकि एक रेखा पर स्थिति सभी स्थानों पर मध्यान्ह्न या दोपहर एक ही समय पर होता है।
|
|
|
|
|