"नीलोफ़र चक्रवात": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''नीलोफर चक्रवात''' महासागर से उठने वाले प्रचण्ड [[चक...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''नीलोफर चक्रवात''' [[महासागर]] से उठने वाले प्रचण्ड [[चक्रवात|चक्रवातों]] में से एक है।
'''नीलोफ़र चक्रवात''' [[महासागर]] से उठने वाले प्रचण्ड [[चक्रवात|चक्रवातों]] में से एक है।
==चक्रवात का कारण==
==चक्रवात का कारण==
गर्म क्षेत्रों के [[समुद्र]] में [[सूर्य]] की भयंकर गर्मी से हवा गर्म होकर कम [[वायुदाब]] का क्षेत्र बना देती है। हवा गर्म होकर तेज़ी से ऊपर जाती है और ऊपर की नमी से संतृप्त होकर संघनन से [[बादल|बादलों]] का निर्माण करती है। रिक्त स्थान को भरने के लिए नम हवाएँ तेज़ी के साथ नीचे जाकर ऊपर आती हैं। फलस्वरूप ये हवाएँ बहुत ही तेज़ी के साथ उस क्षेत्र के चारों तरफ़ घूमकर घने बादलों और बिजली कड़कने के साथ-साथ मूसलाधार बारिश करती हैं।
गर्म क्षेत्रों के [[समुद्र]] में [[सूर्य]] की भयंकर गर्मी से हवा गर्म होकर कम [[वायुदाब]] का क्षेत्र बना देती है। हवा गर्म होकर तेज़ी से ऊपर जाती है और ऊपर की नमी से संतृप्त होकर संघनन से [[बादल|बादलों]] का निर्माण करती है। रिक्त स्थान को भरने के लिए नम हवाएँ तेज़ी के साथ नीचे जाकर ऊपर आती हैं। फलस्वरूप ये हवाएँ बहुत ही तेज़ी के साथ उस क्षेत्र के चारों तरफ़ घूमकर घने बादलों और बिजली कड़कने के साथ-साथ मूसलाधार बारिश करती हैं।
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
क्षेत्र के आठ देश ([[बांग्लादेश]], [[भारत]], [[मालदीव]], [[म्यांमार]], [[ओमान]], [[पाकिस्तान]], [[श्रीलंका]] तथा [[थाइलैण्ड]]) एक साथ मिलकर आने वाले चक्रवातों के 64<ref>हर देश आठ नाम</ref> नाम तय करते हैं। जैसे ही चक्रवात इन आठों देशों के किसी भी हिस्से में पहुँचता है, सूची से अगला दूसरा सुलभ नाम इस चक्रवात का रख दिया जाता है। इस प्रक्रिया के चलते तूफ़ान को आसानी से पहचाना जा सकता है और बचाव अभियानों में भी मदद मिलती है। किसी नाम का दोहराव नहीं किया जाता है।
क्षेत्र के आठ देश ([[बांग्लादेश]], [[भारत]], [[मालदीव]], [[म्यांमार]], [[ओमान]], [[पाकिस्तान]], [[श्रीलंका]] तथा [[थाइलैण्ड]]) एक साथ मिलकर आने वाले चक्रवातों के 64<ref>हर देश आठ नाम</ref> नाम तय करते हैं। जैसे ही चक्रवात इन आठों देशों के किसी भी हिस्से में पहुँचता है, सूची से अगला दूसरा सुलभ नाम इस चक्रवात का रख दिया जाता है। इस प्रक्रिया के चलते तूफ़ान को आसानी से पहचाना जा सकता है और बचाव अभियानों में भी मदद मिलती है। किसी नाम का दोहराव नहीं किया जाता है।


इन आठ देशों द्वारा साल [[2004]] से चक्रवातों के नामकरण की शुरूआत की गई थी। इस बार नाम रखने की बारी ओमान की थी। उसकी सूची में प्रस्तावित नाम 'हुदहुद' था, इसीलिए कुछ ही समय पहले [[उड़ीसा]] में आये चक्रवात का नाम 'हुदहुद' रखा गया था। पश्चिम मध्य अरब सागर में बने गम्भीर चक्रवातीय तूफ़ान को 'नीलोफर' नाम पाकिस्तान ने दिया था।
इन आठ देशों द्वारा साल [[2004]] से चक्रवातों के नामकरण की शुरूआत की गई थी। इस बार नाम रखने की बारी ओमान की थी। उसकी सूची में प्रस्तावित नाम 'हुदहुद' था, इसीलिए कुछ ही समय पहले [[उड़ीसा]] में आये चक्रवात का नाम 'हुदहुद' रखा गया था। पश्चिम मध्य अरब सागर में बने गम्भीर चक्रवातीय तूफ़ान को 'नीलोफ़र' नाम पाकिस्तान ने दिया था।





10:20, 11 नवम्बर 2014 का अवतरण

नीलोफ़र चक्रवात महासागर से उठने वाले प्रचण्ड चक्रवातों में से एक है।

चक्रवात का कारण

गर्म क्षेत्रों के समुद्र में सूर्य की भयंकर गर्मी से हवा गर्म होकर कम वायुदाब का क्षेत्र बना देती है। हवा गर्म होकर तेज़ी से ऊपर जाती है और ऊपर की नमी से संतृप्त होकर संघनन से बादलों का निर्माण करती है। रिक्त स्थान को भरने के लिए नम हवाएँ तेज़ी के साथ नीचे जाकर ऊपर आती हैं। फलस्वरूप ये हवाएँ बहुत ही तेज़ी के साथ उस क्षेत्र के चारों तरफ़ घूमकर घने बादलों और बिजली कड़कने के साथ-साथ मूसलाधार बारिश करती हैं।

उत्तरी हिन्द महासागर के चक्रवात

क्षेत्र के आठ देश (बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका तथा थाइलैण्ड) एक साथ मिलकर आने वाले चक्रवातों के 64[1] नाम तय करते हैं। जैसे ही चक्रवात इन आठों देशों के किसी भी हिस्से में पहुँचता है, सूची से अगला दूसरा सुलभ नाम इस चक्रवात का रख दिया जाता है। इस प्रक्रिया के चलते तूफ़ान को आसानी से पहचाना जा सकता है और बचाव अभियानों में भी मदद मिलती है। किसी नाम का दोहराव नहीं किया जाता है।

इन आठ देशों द्वारा साल 2004 से चक्रवातों के नामकरण की शुरूआत की गई थी। इस बार नाम रखने की बारी ओमान की थी। उसकी सूची में प्रस्तावित नाम 'हुदहुद' था, इसीलिए कुछ ही समय पहले उड़ीसा में आये चक्रवात का नाम 'हुदहुद' रखा गया था। पश्चिम मध्य अरब सागर में बने गम्भीर चक्रवातीय तूफ़ान को 'नीलोफ़र' नाम पाकिस्तान ने दिया था।


इन्हें भी देखें: चक्रवात एवं चक्रवात की आँख


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हर देश आठ नाम

संबंधित लेख