अनीकिनी
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अनीकिनी महाभारत युद्ध में सम्मिलित होने वाली अक्षौहिणी सेना का ही एक भाग था। इसके अंतर्गत चमू के तीन गुना योद्धा होते थे।
विभाग
महाभारत काल में किसी भी अक्षौहिणी सेना के चार विभाग होते थे-
- गज (हाँथी सवार)
- रथ (रथी)
- घोड़े (घुड़सवार)
- सैनिक (पैदल सिपाही)
सेना के भाग
एक अक्षौहिणी सेना नौ भागों में बटी होती थी-
- पत्ति - 1 गज + 1 रथ + 3 घोड़े + 5 पैदल सिपाही
- सेनामुख (3 x पत्ति) - 3 गज + 3 रथ + 9 घोड़े + 15 पैदल सिपाही
- गुल्म (3 x सेनामुख) - 9 गज + 9 रथ + 27 घोड़े + 45 पैदल सिपाही
- गण (3 x गुल्म) - 27 गज + 27 रथ + 81 घोड़े + 135 पैदल सिपाही
- वाहिनी (3 x गण) - 81 गज + 81 रथ + 243 घोड़े + 405 पैदल सिपाही
- पृतना (3 x वाहिनी) - 243 गज + 243 रथ + 729 घोड़े + 1215 पैदल सिपाही
- चमू (3 x पृतना) - 729 गज + 729 रथ + 2187 घोड़े + 3645 पैदल सिपाही
- अनीकिनी (3 x चमू) - 2187 गज + 2187 रथ + 6561 घोड़े + 10935 पैदल सिपाही
- अक्षौहिणी (10 x अनीकिनी) - 21870 गज + 21870 रथ + 65610 घोड़े + 109350 पैदल सिपाही
अनीकिनी (स्त्रीलिंग) [अनीकानां संघः-अनीक+इनि+ङीप्]
- 1. सेना, सैन्यदल, सैन्यश्रणी
- 2. तीन सेनाएँ या पूर्ण सेना (अक्षौहिणी) का दशम भाग।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 41 |
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