पुरूजित

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:14, 28 जुलाई 2014 का अवतरण (''''पुरूजित''' अथवा 'पुरूजीत' हिन्दू महाकाव्य [[महाभार...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

पुरूजित अथवा 'पुरूजीत' हिन्दू महाकाव्य महाभारत के अनुसार कुंतिभोज का पुत्र तथा पाण्डवों की माता कुंती का भाई था।[1] यह कुरुक्षेत्र के युद्ध में लड़ा था।[2]

  • पुरूजित पाण्डवों का मामा था। कुरुक्षेत्र के युद्ध में उसने पाण्डवों की ओर से युद्ध किया और अपने पुत्रों के साथ कई कौरव योद्धाओं को परास्त किया।
  • महाभारत के युद्ध में पुरूजित तथा उसके दो भाई- 'धृष्टकेतु' और 'वृहद्क्षत्र' का वध युद्ध के 14वें दिन द्रोणाचार्य के हाथों हुआ।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पौराणिक कोश |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संपादन: राणा प्रसाद शर्मा |पृष्ठ संख्या: 314 |
  2. महाभारत सभापर्व 14-16-17

संबंधित लेख