"नए फैशन के मकान -अनूप सेठी" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा पुस्तक |चित्र=Jagat_men_mela....' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
छो (Text replacement - "==संबंधित लेख==" to "==संबंधित लेख== {{स्वतंत्र लेख}}")
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 4 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 +
{{स्वतंत्र लेखन नोट}}
 
{| style="background:transparent; float:right"
 
{| style="background:transparent; float:right"
 
|-
 
|-
पंक्ति 30: पंक्ति 31:
 
|}
 
|}
 
<div style="height: 250px; overflow:auto; overflow-x: hidden; width:99%">
 
<div style="height: 250px; overflow:auto; overflow-x: hidden; width:99%">
{{अनूप सेठी की रचनाएँ}}
 
 
{{जगत में मेला}}
 
{{जगत में मेला}}
 
</div></div>
 
</div></div>
पंक्ति 40: पंक्ति 40:
 
पुराने घर को छोड़कर आ गए रहने लोग
 
पुराने घर को छोड़कर आ गए रहने लोग
  
पक्की गली बाजार तक जाती है
+
पक्की गली बाज़ार तक जाती है
 
पिछवाड़े वही है पुराना मुहल्ला
 
पिछवाड़े वही है पुराना मुहल्ला
  
पंक्ति 48: पंक्ति 48:
 
बड़े लोगों ने सीख लिया
 
बड़े लोगों ने सीख लिया
 
ओंठ सिल के व्यस्त बने रहना
 
ओंठ सिल के व्यस्त बने रहना
अखबार खरीदना
+
अखबार ख़रीदना
 
टीवी देखना
 
टीवी देखना
 
कभी कभी आपस में
 
कभी कभी आपस में
पंक्ति 60: पंक्ति 60:
  
 
थोड़ा घर की दीवारों को खुरचता है
 
थोड़ा घर की दीवारों को खुरचता है
थोड़ा बाजार गली में टहलने निकल जाता है
+
थोड़ा बाज़ार गली में टहलने निकल जाता है
 
थोड़ा पड़ोस में कानाफूसी करता है
 
थोड़ा पड़ोस में कानाफूसी करता है
 
थोड़ा खिड़की से हवा हो जाता है ।
 
थोड़ा खिड़की से हवा हो जाता है ।
पंक्ति 68: पंक्ति 68:
  
  
 +
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 +
{{स्वतंत्र लेख}}
 
{{समकालीन कवि}}
 
{{समकालीन कवि}}
 
[[Category:समकालीन साहित्य]]
 
[[Category:समकालीन साहित्य]]

13:17, 26 जनवरी 2017 के समय का अवतरण

Icon-edit.gif यह लेख स्वतंत्र लेखन श्रेणी का लेख है। इस लेख में प्रयुक्त सामग्री, जैसे कि तथ्य, आँकड़े, विचार, चित्र आदि का, संपूर्ण उत्तरदायित्व इस लेख के लेखक/लेखकों का है भारतकोश का नहीं।
नए फैशन के मकान -अनूप सेठी
जगत में मेला' का आवरण चित्र
कवि अनूप सेठी
मूल शीर्षक जगत में मेला
प्रकाशक आधार प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड,एस. सी. एफ. 267, सेक्‍टर 16,पंचकूला - 134113 (हरियाणा)
प्रकाशन तिथि 2002
देश भारत
पृष्ठ: 131
भाषा हिन्दी
विषय कविता
प्रकार काव्य संग्रह
अनूप सेठी की रचनाएँ

जब बन गया नए फैशन का मकान
पुराने घर को छोड़कर आ गए रहने लोग

पक्की गली बाज़ार तक जाती है
पिछवाड़े वही है पुराना मुहल्ला

सहमे हुए रहते हैं बच्चे
उड़धम मचाते हैं जब हों अकेले

बड़े लोगों ने सीख लिया
ओंठ सिल के व्यस्त बने रहना
अखबार ख़रीदना
टीवी देखना
कभी कभी आपस में
पँखे से सुर मिला कर
घुर-घुर बातें करना

रात को जब बिस्तर पर पड़ते हैं
नए फैशन के मकान में
पुराने शहर को छोड़ कर आए हुए लोग
कोलाहल उनके फेफड़ों से बाहर निकलता है

थोड़ा घर की दीवारों को खुरचता है
थोड़ा बाज़ार गली में टहलने निकल जाता है
थोड़ा पड़ोस में कानाफूसी करता है
थोड़ा खिड़की से हवा हो जाता है ।
                       (1989)


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

स्वतंत्र लेखन वृक्ष