"बरखान": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) ('{{पुनरीक्षण}} '''बरखान''' बलुई बंजर भूमि पर निर्मित अर्द्...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''बरखान''' बलुई बंजर भूमि पर निर्मित अर्द्धचन्द्रकार बलुई मिट्टी के टीलों को कहा जाता है। | '''बरखान''' बलुई बंजर भूमि पर निर्मित अर्द्धचन्द्रकार बलुई मिट्टी के टीलों को कहा जाता है। | ||
*[[अरावली पर्वतश्रेणी]] के पश्चिम में एवं [[विन्ध्यन पर्वतश्रेणी|विन्ध्य]] उच्च भूमि के बाह्य परिरेखीय क्षेत्र में स्थिति शुष्क भू-आकृतियों वाल [[थार मरुस्थल]] बरखान के उदाहरण है। | *[[अरावली पर्वतश्रेणी]] के पश्चिम में एवं [[विन्ध्यन पर्वतश्रेणी|विन्ध्य]] उच्च भूमि के बाह्य परिरेखीय क्षेत्र में स्थिति शुष्क भू-आकृतियों वाल [[थार मरुस्थल]] बरखान के उदाहरण है। | ||
पंक्ति 7: | पंक्ति 6: | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{भूगोल शब्दावली}} | {{भूगोल शब्दावली}} | ||
[[Category:भूगोल शब्दावली]] | [[Category:भूगोल शब्दावली]] | ||
[[Category:भूगोल कोश]] | [[Category:भूगोल कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
14:03, 30 अगस्त 2014 के समय का अवतरण
बरखान बलुई बंजर भूमि पर निर्मित अर्द्धचन्द्रकार बलुई मिट्टी के टीलों को कहा जाता है।
- अरावली पर्वतश्रेणी के पश्चिम में एवं विन्ध्य उच्च भूमि के बाह्य परिरेखीय क्षेत्र में स्थिति शुष्क भू-आकृतियों वाल थार मरुस्थल बरखान के उदाहरण है।
- विश्व के अन्य मरुस्थली भागों में भी बरखानों का निर्माण् वातिक क्रियाओं द्वारा हुआ है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख