"हिमाचल से रिपोर्ट -अनूप सेठी": अवतरणों में अंतर
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "बाजार" to "बाज़ार") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "जरूर" to "ज़रूर") |
||
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 7 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{स्वतंत्र लेखन नोट}} | |||
{| style="background:transparent; float:right" | {| style="background:transparent; float:right" | ||
|- | |- | ||
पंक्ति 65: | पंक्ति 66: | ||
पहाड़ों की चोटी पर घिरी अकेली जल रही है माता ज्चालीमुखी | पहाड़ों की चोटी पर घिरी अकेली जल रही है माता ज्चालीमुखी | ||
बूढ़े | बूढ़े ज़मींदार की विधवा पान सुपारी चुभलाती | ||
सेना की किसी टुकड़ी ने बना दिया | सेना की किसी टुकड़ी ने बना दिया | ||
पंक्ति 78: | पंक्ति 79: | ||
यूं ही पांव पसारे लटका रहेगा | यूं ही पांव पसारे लटका रहेगा | ||
कल आने वाले ग्राहकों या इस वक्त | कल आने वाले ग्राहकों या इस वक्त | ||
टैक्सी का | टैक्सी का दरवाज़ा खोलकर खर्राटे लेते ड्राइवर को क्या फ पड़ेगा | ||
पंक्ति 118: | पंक्ति 119: | ||
गोरखा भवन में मंदिर का आहाता फैल गया है | गोरखा भवन में मंदिर का आहाता फैल गया है | ||
चांदमारी के पास बावड़ी का पानी साफ़ नहीं रहा | चांदमारी के पास बावड़ी का पानी साफ़ नहीं रहा | ||
राजस्थान से | राजस्थान से मज़दूर आए | ||
उनके बच्चों की आंखों में धुंआ धुंआ पीलाई | उनके बच्चों की आंखों में धुंआ धुंआ पीलाई | ||
पंक्ति 148: | पंक्ति 149: | ||
खचाखच भरी पहाड़ी सैरगाह के पिछवाड़े | खचाखच भरी पहाड़ी सैरगाह के पिछवाड़े | ||
बसा यह | बसा यह क़स्बा | ||
ट्रकों बसों की आवाजाही से थका | ट्रकों बसों की आवाजाही से थका | ||
तहसील के दफ़्तरों को लादे खड़ा | तहसील के दफ़्तरों को लादे खड़ा | ||
पंक्ति 172: | पंक्ति 173: | ||
बच्चे आए रबर पेंसिल के साथ ले गए | बच्चे आए रबर पेंसिल के साथ ले गए | ||
जालिम से दिखते अँतर्राष्ट्रीय पहलवानों के | जालिम से दिखते अँतर्राष्ट्रीय पहलवानों के मुफ़्त स्टिकर | ||
बजती रही कैसेट बेरोक | बजती रही कैसेट बेरोक | ||
पंक्ति 182: | पंक्ति 183: | ||
घिसती रही कैसेट | घिसती रही कैसेट | ||
दिहाड़ी से लौटे | दिहाड़ी से लौटे मज़दूर | ||
दुआ सलाम के वास्ते | दुआ सलाम के वास्ते | ||
पल भर रुके | पल भर रुके ज़रूर | ||
पड़े नहीं पर भाइयों के कानों में गीत | पड़े नहीं पर भाइयों के कानों में गीत | ||
हालाँकि वही था तब वहाँ | हालाँकि वही था तब वहाँ | ||
पंक्ति 197: | पंक्ति 198: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{स्वतंत्र लेख}} | |||
{{समकालीन कवि}} | {{समकालीन कवि}} | ||
[[Category:समकालीन साहित्य]] | [[Category:समकालीन साहित्य]] |
10:51, 2 जनवरी 2018 के समय का अवतरण
यह लेख स्वतंत्र लेखन श्रेणी का लेख है। इस लेख में प्रयुक्त सामग्री, जैसे कि तथ्य, आँकड़े, विचार, चित्र आदि का, संपूर्ण उत्तरदायित्व इस लेख के लेखक/लेखकों का है भारतकोश का नहीं। |
| ||||||||||||||||||||||
|
पाँच कविताएँ |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|