"ऊसर मिट्टी": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
छो (Adding category Category:मिट्टी (को हटा दिया गया हैं।)) |
No edit summary |
||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
*यह सफ़ेद पर्त प्राय: सोडियमके कार्बोनेट तथा बाईकार्बोनेट के लवण होते हैं। | *यह सफ़ेद पर्त प्राय: सोडियमके कार्बोनेट तथा बाईकार्बोनेट के लवण होते हैं। | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{मिट्टी}} | |||
{{भूगोल शब्दावली}} | {{भूगोल शब्दावली}} | ||
[[Category:भूगोल शब्दावली]] | [[Category:भूगोल शब्दावली]] |
09:43, 4 दिसम्बर 2011 का अवतरण
ऊसर मिट्टी प्राय: वह होती है, जो कृषि योग्य नहीं होती। यह मिट्टी खेती करने योग्य नही होती, क्योंकि यह अनुपजाऊ होती है। किंतु आधुनिक समय में जिप्सम के प्रयोग द्वारा इसे पुन: उपजाऊ बनाया जा सकता है।
- इसमें सोडियम, पोटेशियम एवं मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
- धान के पुवाल गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करके ऊसर भूमि में उर्वरा शक्ति पैदा की जा सकती है।
- ऊसर मिट्टी का पी.एच. मान 8.5 से ज़्यादा होता है।
- इस मिट्टी में विनिमयशील सोडियम की मात्रा 15 प्रतिशत से अधिक होती है।
- ऐसी भूमि में गर्मियों के दिनों में ऊपरी सतह पर सफ़ेद पर्त बन जाती है।
- यह सफ़ेद पर्त प्राय: सोडियमके कार्बोनेट तथा बाईकार्बोनेट के लवण होते हैं।