"रूपांतरित चट्टान": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*अवसादी एवं आग्नेय चट्टान में [[ताप]] एवं दबाव के कारण परिवर्तन या | '''रूपांतरित चट्टान''' में संगमरमर, क्वार्ट्जाइट आदि का मिश्रण होता है। | ||
*अवसादी एवं आग्नेय चट्टान में [[ताप]] एवं दबाव के कारण परिवर्तन या 'रूपांतरण' हो जाने से रूपांतरित चट्टान का निर्माण हाता है। | |||
*क्वार्ट्ज, फेल्सपार, एम्फीबोल, माइका, पाइरोक्सिन और ऑलिविन जैसे सिलिकेट खनिज [[पृथ्वी]] की सबसे बाहरी परत को पीडोस्फीयर कहते हैं। इस परत का निर्माण मृदा से हुआ है और इस स्तर पर लगातार मृदा उत्पादन की प्रक्रिया जारी रहती है। | *क्वार्ट्ज, फेल्सपार, एम्फीबोल, माइका, पाइरोक्सिन और ऑलिविन जैसे सिलिकेट खनिज [[पृथ्वी]] की सबसे बाहरी परत को पीडोस्फीयर कहते हैं। इस परत का निर्माण मृदा से हुआ है और इस स्तर पर लगातार मृदा उत्पादन की प्रक्रिया जारी रहती है। | ||
*पृथ्वी पर स्थलमंडल का निम्नतम बिंदु मृत सागर है जिसकी गहराई [[समुद्र]] स्तर से 418 मी. नीचे है जबकि उच्चतम बिंदु [[माउंट एवरेस्ट]] है जिसकी समुद्री स्तर से ऊंचाई 8848 मी. है। स्थलमंडल की औसत ऊंचाई 840 मी. है। | *पृथ्वी पर [[स्थलमंडल]] का निम्नतम बिंदु मृत सागर है जिसकी गहराई [[समुद्र]] स्तर से 418 मी. नीचे है जबकि उच्चतम बिंदु [[माउंट एवरेस्ट]] है जिसकी समुद्री स्तर से ऊंचाई 8848 मी. है। स्थलमंडल की औसत ऊंचाई 840 मी. है। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
12:52, 8 जुलाई 2012 के समय का अवतरण
रूपांतरित चट्टान में संगमरमर, क्वार्ट्जाइट आदि का मिश्रण होता है।
- अवसादी एवं आग्नेय चट्टान में ताप एवं दबाव के कारण परिवर्तन या 'रूपांतरण' हो जाने से रूपांतरित चट्टान का निर्माण हाता है।
- क्वार्ट्ज, फेल्सपार, एम्फीबोल, माइका, पाइरोक्सिन और ऑलिविन जैसे सिलिकेट खनिज पृथ्वी की सबसे बाहरी परत को पीडोस्फीयर कहते हैं। इस परत का निर्माण मृदा से हुआ है और इस स्तर पर लगातार मृदा उत्पादन की प्रक्रिया जारी रहती है।
- पृथ्वी पर स्थलमंडल का निम्नतम बिंदु मृत सागर है जिसकी गहराई समुद्र स्तर से 418 मी. नीचे है जबकि उच्चतम बिंदु माउंट एवरेस्ट है जिसकी समुद्री स्तर से ऊंचाई 8848 मी. है। स्थलमंडल की औसत ऊंचाई 840 मी. है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख