"गीता 5:2": अवतरणों में अंतर
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'''प्रसंग-''' | '''प्रसंग-''' | ||
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सांख्ययोग की अपेक्षा कर्मयोग को श्रेष्ठ | सांख्ययोग की अपेक्षा कर्मयोग को श्रेष्ठ बतलाया। अब उसी बात को सिद्ध करने के लिये अगले [[श्लोक]] में कर्मयोगी की प्रशंसा करते हैं | ||
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | |||
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==संबंधित लेख== | |||
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13:25, 4 जनवरी 2013 का अवतरण
गीता अध्याय-5 श्लोक-2 / Gita Chapter-5 Verse-2
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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