"गीता 5:26": अवतरणों में अंतर
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कर्मयोग और सांख्ययोग – दोनों साधनों द्वारा परमात्मा की प्राप्ति और परमात्मा को प्राप्त महापुरुषों के लक्षण कहे | कर्मयोग और सांख्ययोग – दोनों साधनों द्वारा परमात्मा की प्राप्ति और परमात्मा को प्राप्त महापुरुषों के लक्षण कहे गये। उक्त दोनों ही प्रकार के साधकों के लिये वैराग्यपूर्वक मन-इन्द्रियों को वश में करके ध्यान योग का साधन करना उपयोगी है; अत: अब संक्षेप में फलसहित ध्यान योग का वर्णन करते हैं- | ||
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13:51, 4 जनवरी 2013 के समय का अवतरण
गीता अध्याय-5 श्लोक-26 / Gita Chapter-5 Verse-26
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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