"मां, हर्पीज़ और आदिम चांदनी -अजेय": अवतरणों में अंतर
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और भीतर का टीस गहराता ही गया है | और भीतर का टीस गहराता ही गया है | ||
मेरी बीमार बूढ़ी | मेरी बीमार बूढ़ी माँ ने दबे पांव कमरे में प्रवेश किया है | ||
मैं अखबारों के नीचे उसके टखनों का घाव देख सकता हूं | मैं अखबारों के नीचे उसके टखनों का घाव देख सकता हूं | ||
मेरी जांघों में असहनीय जलन हो आई है | मेरी जांघों में असहनीय जलन हो आई है | ||
जहां | जहां माँ के जैसे फफोले उग आए हैं | ||
चाँदनी रात का चलता जादू रूक गया है | चाँदनी रात का चलता जादू रूक गया है | ||
बन्जारों का डेरा तिरोहित हो गया है | बन्जारों का डेरा तिरोहित हो गया है |
14:08, 2 जून 2017 के समय का अवतरण
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यह कोई आदिम युग ही होगा |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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