"प्रांगण:मुखपृष्ठ/खेल": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 22: पंक्ति 22:
{| width="100%" style="background:transparent;" border="0"
{| width="100%" style="background:transparent;" border="0"
| valign="top" style="width:40%; border:none;"|
| valign="top" style="width:40%; border:none;"|
* यहाँ आप भारत के विभिन्न धर्मों से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।<br />
* यहाँ हम भारत के विभिन्न खेलों से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।<br />
* भारतीय संस्कृति की मूल विशेषता यह रही है कि व्यक्ति अपनी परिस्थितियों के अनुरूप मूल्यों की रक्षा करते हुए कोई भी मत, विचार अथवा धर्म अपना सकता है।   
* खेल, कई नियमों एवं रिवाजों द्वारा संचालित होने वाली एक प्रतियोगी गतिविधि है।   
----
----
{{प्रांगण नोट}}
{{प्रांगण नोट}}
पंक्ति 30: पंक्ति 30:
[[चित्र:Game-icon2.gif|center]]
[[चित्र:Game-icon2.gif|center]]
| valign="top" style="width:40%; border:none;"|
| valign="top" style="width:40%; border:none;"|
* यहाँ हिन्दू धर्म के अगणित रूपों और संप्रदायों के अतिरिक्त, बौद्ध, जैन, सिक्ख, इस्लाम, ईसाई, यहूदी आदि धर्मों की विविधता का भी एक सांस्कृतिक समायोजन देखने को मिलता है। <br />
* खेल सामान्य अर्थ में उन गतिविधियों को कहा जाता है, जहाँ प्रतियोगी की शारीरिक क्षमता का एकमात्र अथवा प्राथमिक निर्धारण होता है। <br />
* आध्यात्मिकता हमारी संस्कृति का प्राणतत्त्व है। इनमें ऐहिक अथवा भौतिक सुखों की तुलना में आत्मिक अथवा पारलौकिक सुख के प्रति आग्रह देखा जा सकता है।
* सामान्यतः खेल को एक संगठित, प्रतिस्पर्धात्मक और प्रशिक्षित शारीरिक गतिविधि के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें प्रतिबद्धता तथा निष्पक्षता होती है।
|}
|}
|}
|}
पंक्ति 50: पंक्ति 50:
*भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों के माध्यम से अपनी खेल शक्ति, आयोजन क्षमता और अपनी बढ़ती आर्थिक ताक़त की चकाचौंध से दुनिया को चौंधिया दिया।
*भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों के माध्यम से अपनी खेल शक्ति, आयोजन क्षमता और अपनी बढ़ती आर्थिक ताक़त की चकाचौंध से दुनिया को चौंधिया दिया।
*दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेल 2010 में भारत ने नया इतिहास रचते हुए पदक तालिका में पहली बार दूसरा स्थान प्राप्त किया। भारत ने पहली बार '''38 स्वर्ण''' पदकों सहित '''कुल 101 पदक''' जीते। '''[[राष्ट्रमंडल खेल|.... और पढ़ें]]'''
*दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेल 2010 में भारत ने नया इतिहास रचते हुए पदक तालिका में पहली बार दूसरा स्थान प्राप्त किया। भारत ने पहली बार '''38 स्वर्ण''' पदकों सहित '''कुल 101 पदक''' जीते। '''[[राष्ट्रमंडल खेल|.... और पढ़ें]]'''
|-
| class="bggame2" style="border:1px solid #698448; padding:10px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#d1e4bb; border:thin solid #52722c; color:#3f6019">'''चयनित लेख'''</div>
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[पुराण]]'''</div>
<div id="rollnone"> [[चित्र:Puran-1.png|right|150px|पुराण|link=पुराण]] </div>
*पुराणों की रचना वैदिक काल के काफ़ी बाद की है, ये स्मृति विभाग में रखे जाते हैं। पुराणों को '''मनुष्य के भूत, भविष्य, वर्तमान का दर्पण''' भी कहा जा सकता है।
*पुराणों में हिन्दू देवी-देवताओं का और पौराणिक मिथकों का बहुत अच्छा वर्णन है। इनकी '''भाषा सरल और कथा कहानी''' की तरह है।
*पुराण वस्तुतः वेदों का विस्तार हैं। वेद बहुत ही जटिल तथा शुष्क भाषा-शैली में लिखे गए हैं। [[वेदव्यास]] जी ने पुराणों की रचना और पुनर्रचना की।
*पुराण शब्द ‘पुरा’ एवं ‘अण’ शब्दों की संधि से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ -‘पुराना’ अथवा ‘प्राचीन’ होता है। ‘पुरा’ शब्द का अर्थ है - अनागत एवं अतीत और ‘अण’ शब्द का अर्थ होता है- कहना या बतलाना।
*संसार की रचना करते समय [[ब्रह्मा]] जी ने एक ही पुराण की रचना की थी। जिसमें एक '''अरब श्लोक''' थे। यह पुराण बहुत ही विशाल और कठिन था। '''[[पुराण|.... और पढ़ें]]'''
|}
|}
{| width="49%" align="right" cellpadding="1" cellspacing="5"
{| width="49%" align="right" cellpadding="1" cellspacing="5"
पंक्ति 77: पंक्ति 67:
* [[वीनू मांकड़]]
* [[वीनू मांकड़]]
* [[सुनील गावस्कर]]
* [[सुनील गावस्कर]]
* [[कपिल देव]]
| class="bggame3" style="border:1px solid #52722c;padding:10px;width:50%;" valign="top" |   
| class="bggame3" style="border:1px solid #52722c;padding:10px;width:50%;" valign="top" |   
<div style="padding-left:8px; background:#d1e4bb; border:thin solid #52722c; color:#3f6019">'''खेल श्रेणी वृक्ष'''</div>
<div style="padding-left:8px; background:#d1e4bb; border:thin solid #52722c; color:#3f6019">'''खेल श्रेणी वृक्ष'''</div>

14:08, 12 दिसम्बर 2010 का अवतरण

मुखपृष्ठ भारत गणराज्य इतिहास पर्यटन साहित्य दर्शन धर्म संस्कृति भूगोल कला खेल भाषा विज्ञान
  • यहाँ हम भारत के विभिन्न खेलों से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • खेल, कई नियमों एवं रिवाजों द्वारा संचालित होने वाली एक प्रतियोगी गतिविधि है।

  • भारतकोश पर लेखों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती रहती है जो आप देख रहे वह "प्रारम्भ मात्र" ही है...

खेल मुखपृष्ठ

  • खेल सामान्य अर्थ में उन गतिविधियों को कहा जाता है, जहाँ प्रतियोगी की शारीरिक क्षमता का एकमात्र अथवा प्राथमिक निर्धारण होता है।
  • सामान्यतः खेल को एक संगठित, प्रतिस्पर्धात्मक और प्रशिक्षित शारीरिक गतिविधि के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें प्रतिबद्धता तथा निष्पक्षता होती है।
विशेष आलेख
प्रतीक चिन्ह, दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल 2010
प्रतीक चिन्ह, दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल 2010
  • राष्ट्रमण्डल खेल, ब्रिटिश राष्ट्रमण्डल देशों के अन्तर्गत आयोजित होने वाली खेल प्रतियोगिता है।
  • रिवरेंड एश्ले कूपर नाम के अंग्रेज़ अधिकारी ने ब्रिटिश हुकूमत वाले देशों में खेलों के एक महा आयोजन का विचार दिया था। उनका मानना था कि इससे इन देशों में खेल की भावना बढ़ेगी साथ ही लोगों के मन में ब्रिटिश हुकूमत के प्रति अच्छी भावना आएगी।
  • 19वें राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी दिल्ली, भारत को सौंपी गई। इससे पहले भारत 1982 में एशियाई खेलों की मेजबानी कर चुका है।
  • एशिया में भी यह 1998 के क्वालालंपुर, मलेशिया के बाद दूसरा बड़ा आयोजन था।
  • भारत में हुए 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में कुल 71 देशों ने भाग लिया। 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी ग्लासगो (स्कॉटलैण्ड और ब्रिटेन) को सौंपी गई।
  • भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों के माध्यम से अपनी खेल शक्ति, आयोजन क्षमता और अपनी बढ़ती आर्थिक ताक़त की चकाचौंध से दुनिया को चौंधिया दिया।
  • दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेल 2010 में भारत ने नया इतिहास रचते हुए पदक तालिका में पहली बार दूसरा स्थान प्राप्त किया। भारत ने पहली बार 38 स्वर्ण पदकों सहित कुल 101 पदक जीते। .... और पढ़ें
कुछ चुने हुए लेख
खेल श्रेणी वृक्ष
चयनित चित्र

जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, दिल्ली
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, दिल्ली

जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, दिल्ली

संबंधित लेख