जब यह मनुष्य सत्त्वगुण की वृद्धि में मृत्यु को प्राप्त होता है, तब तो उत्तम कर्म करने वालों के निर्मल दिव्य स्वर्गादि लोकों को प्राप्त होता है ।।14।।
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When a man dies during the preponderance of sattva, he obtains the stainless ethereal world (heaven, etc.) attained by men of noble deeds. (14)
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