बिन सावन के बरसा -फ़िरदौस ख़ान

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बिन सावन के बरसा -फ़िरदौस ख़ान
फ़िरदौस ख़ान
फ़िरदौस ख़ान
पूरा नाम फ़िरदौस ख़ान
अभिभावक स्वर्गीय सत्तार अहमद ख़ान और श्रीमती ख़ुशनूदी ख़ान
कर्म-क्षेत्र पत्रकार, शायरा और कहानीकार
मुख्य रचनाएँ वंदे मातरम् का पंजाबी अनुवाद, तुमसे तन-मन मिले प्राण प्रिय (गीत), ख़ामोश रात की तन्हाई में (नज़्म)
भाषा हिंदी, अंग्रेज़ी, उर्दू, पंजाबी
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी 'फ़िरदौस ख़ान स्टार न्यूज़ एजेंसी में संपादक हैं। 'स्टार न्यूज़ एजेंसी' और 'स्टार वेब मीडिया' नाम से उनके दो न्यूज़ पॉर्टल भी हैं।
बाहरी कड़ियाँ मेरी डायरी, फ़िरदौस डायरी (हिंदी)
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इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची

बिन सावन के बरसा फिर इक तन्हा बादल
किसकी आंखों का भीग गया है काजल
                                                                  
आंगन में आने की इक हल्की सी आहट
दिल धड़काती है, कांप उठा पलकों का पट
छूट गया फिर तन से भीगा-भीगा आंचल
बिन सावन के बरसा फिर इक तन्हा बादल
 
रस्ता किसका तकता है मन का सूनापन
कंगन रूठा, रूठ गई पायल की छन-छन
तन में शूल चुभाए झोंका बैरन शीतल
बिन सावन के बरसा फिर इक तन्हा बादल



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