वाराही नदी मैसूर में वराह पर्वत से निकल कर बंगलौर की ओर बहती हुई पश्चिम सागर में गिरती है। इस नदी के उद्गम स्थान को प्राचीन काल से तीर्थ माना जाता रहा है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 845 |