एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"।

"उपजला" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
 
उशीनरो वै यत्रेष्ट्वा वासवादत्यरिच्यत'।<ref>[[वन पर्व महाभारत]] 130, 21</ref> </poem></blockquote>
 
उशीनरो वै यत्रेष्ट्वा वासवादत्यरिच्यत'।<ref>[[वन पर्व महाभारत]] 130, 21</ref> </poem></blockquote>
  
*उपरोक्त उद्वरण में 'जला' तथा 'उपजला' नदियों को [[यमुना नदी|यमुना]] के दोनों ओर स्थित बताया गया है।  
+
*उपरोक्त उद्धरण में 'जला' तथा 'उपजला' नदियों को [[यमुना नदी|यमुना]] के दोनों ओर स्थित बताया गया है।  
 
*इन नदियों के प्रदेश में [[उशीनर महाराज|राजा उशीनर]] के राज्य का उल्लेख है।  
 
*इन नदियों के प्रदेश में [[उशीनर महाराज|राजा उशीनर]] के राज्य का उल्लेख है।  
 
*[[उशीनर]], [[कनखल]] या [[हरिद्वार]] के परिवर्ती प्रदेश का नाम था।  
 
*[[उशीनर]], [[कनखल]] या [[हरिद्वार]] के परिवर्ती प्रदेश का नाम था।  
पंक्ति 10: पंक्ति 10:
  
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 +
*ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 98| विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
 +
 +
 
<references/>
 
<references/>
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
{{भारत की नदियाँ}}
 
{{भारत की नदियाँ}}
[[Category:भारत की नदियाँ]][[Category:पौराणिक कोश]][[Category:भूगोल कोश]]
+
[[Category:भारत की नदियाँ]][[Category:पौराणिक कोश]][[Category:भूगोल कोश]][[Category:ऐतिहासिक स्थानावली]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

12:53, 16 मई 2018 के समय का अवतरण

उपजला एक पौराणिक नदी, जिसका उल्लेख महाभारत में हुआ है।

'जलांचोपजलां चैव, यमुनामभितो नदीम,
उशीनरो वै यत्रेष्ट्वा वासवादत्यरिच्यत'।[1]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 98| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार


संबंधित लेख