शुंडिक हिन्दू महाकाव्य 'महाभारत' के वर्णन के अनुसार अंग, वगं, कर्लि और मिथिला के निकट स्थित एक जनपद, जिसे महारथी कर्ण ने अपनी दिग्विजय यात्रा मे विजित किया था[1]-
'अंगान् वंगान् कर्लिगाश्च शुंडिकान् मिथिलानथ, मागधन् कर्कखंडांश्च निवेश्य विषयेऽऽत्मनः।'
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 903 |