जो दान बिना सत्कार के अथवा तिरस्कारपूर्वक अयोग्य देश-काल में और कुपात्र के प्रति दिया जाता है, वह दान तामस कहा गया है ।।22।।
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A gift which is made without good grace and in a disdainful spirit out of time and place and to undeserving persons, is said to be Tamas.(22)
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