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− | पुरोहितों में मुखिया < | + | [[पुरोहित|पुरोहितों]] में मुखिया [[बृहस्पति ऋषि|बृहस्पति]]<ref>[[महाभारत]] के अनुसार बृहस्पति महर्षि [[अंगिरा]] के पुत्र तथा [[देवता|देवताओं]] के पुरोहित हैं।</ref> मुझको जान। हे पार्थ<ref>पार्थ, भारत, धनंजय, पृथापुत्र, परन्तप, गुडाकेश, निष्पाप, महाबाहो सभी [[अर्जुन]] के सम्बोधन है।</ref> ! मैं सेनापतियों में स्कन्द और जलाशयों में [[समुद्र]] हूँ ।।24।। |
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13:29, 5 जनवरी 2013 के समय का अवतरण
गीता अध्याय-10 श्लोक-24 / Gita Chapter-10 Verse-24
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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