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'''कुसुमपुर''' [[प्राचीन भारत]] के प्रमुख नगरों में से एक था। चीनी यात्री [[युवानच्वांग]] ने '[[कान्यकुब्ज]]' (आधुनिक [[कन्नौज]]) का नाम ही 'कुसुमपुर' लिखा है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=218|url=}}</ref>
 
'''कुसुमपुर''' [[प्राचीन भारत]] के प्रमुख नगरों में से एक था। चीनी यात्री [[युवानच्वांग]] ने '[[कान्यकुब्ज]]' (आधुनिक [[कन्नौज]]) का नाम ही 'कुसुमपुर' लिखा है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=218|url=}}</ref>
  
*एक अन्य प्रसंगानुसार कुसुमपुर 'ब्रह्मदेश' ([[बर्मा]]) का एक प्राचीन भारतीय नगर था, जिसका नाम संभवत: [[मगध]] के प्रसिद्ध नगर 'कुसुमपुर' या '[[पाटलिपुत्र]]' के नाम पर ही रखा गया था।
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*एक अन्य प्रसंगानुसार कुसुमपुर 'ब्रह्मदेश' (बर्मा (वर्तमान [[म्यांमार]])) का एक प्राचीन भारतीय नगर था, जिसका नाम संभवत: [[मगध]] के प्रसिद्ध नगर 'कुसुमपुर' या '[[पाटलिपुत्र]]' के नाम पर ही रखा गया था।
 
*ब्रह्मदेश में भारतीयों ने अति प्राचीन काल ही में अनेक औपनिवेशिक बस्तियाँ बसाई थीं।
 
*ब्रह्मदेश में भारतीयों ने अति प्राचीन काल ही में अनेक औपनिवेशिक बस्तियाँ बसाई थीं।
  

08:20, 22 जनवरी 2013 का अवतरण

कुसुमपुर प्राचीन भारत के प्रमुख नगरों में से एक था। चीनी यात्री युवानच्वांग ने 'कान्यकुब्ज' (आधुनिक कन्नौज) का नाम ही 'कुसुमपुर' लिखा है।[1]

  • एक अन्य प्रसंगानुसार कुसुमपुर 'ब्रह्मदेश' (बर्मा (वर्तमान म्यांमार)) का एक प्राचीन भारतीय नगर था, जिसका नाम संभवत: मगध के प्रसिद्ध नगर 'कुसुमपुर' या 'पाटलिपुत्र' के नाम पर ही रखा गया था।
  • ब्रह्मदेश में भारतीयों ने अति प्राचीन काल ही में अनेक औपनिवेशिक बस्तियाँ बसाई थीं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 218 |

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