"अंगारपर्ण" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
'''अंगारपर्ण''' [[चित्ररथ]] नामक गंधर्व का एक अन्य नाम था। यह गंधर्वराज, [[कुबेर]] का मित्र था। इसकी पत्नी का नाम कुंभीनसी था। इसने [[पांडव|पांडवों]] की यात्रा में विघ्न डालने का प्रयास किया तो [[अर्जुन]] ने इसे पकड़ लिया था। कुंभीनसी द्वारा [[युधिष्ठिर]] से प्रार्थना करने पर इसे छोड़ दिया गया तो इसने उस उपकार के बदले अर्जुन को चाक्षुसी विद्या सिखाई थी।  
 
'''अंगारपर्ण''' [[चित्ररथ]] नामक गंधर्व का एक अन्य नाम था। यह गंधर्वराज, [[कुबेर]] का मित्र था। इसकी पत्नी का नाम कुंभीनसी था। इसने [[पांडव|पांडवों]] की यात्रा में विघ्न डालने का प्रयास किया तो [[अर्जुन]] ने इसे पकड़ लिया था। कुंभीनसी द्वारा [[युधिष्ठिर]] से प्रार्थना करने पर इसे छोड़ दिया गया तो इसने उस उपकार के बदले अर्जुन को चाक्षुसी विद्या सिखाई थी।  
 +
  
  
पंक्ति 6: पंक्ति 7:
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
 
==बाहरी कड़ियाँ==
 
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
{{महाभारत}}
 
{{महाभारत}}

12:38, 1 अक्टूबर 2012 के समय का अवतरण

अंगारपर्ण चित्ररथ नामक गंधर्व का एक अन्य नाम था। यह गंधर्वराज, कुबेर का मित्र था। इसकी पत्नी का नाम कुंभीनसी था। इसने पांडवों की यात्रा में विघ्न डालने का प्रयास किया तो अर्जुन ने इसे पकड़ लिया था। कुंभीनसी द्वारा युधिष्ठिर से प्रार्थना करने पर इसे छोड़ दिया गया तो इसने उस उपकार के बदले अर्जुन को चाक्षुसी विद्या सिखाई थी।



टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख