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*कर्ण के जन्म ग्रहण करते ही [[कुन्ती]] ने उन्हें एक मंजूषा में रखकर [[गंगा]] में प्रवाहित कर दिया। यह पेटी अधिरथ और राधा को गंगा में जल-क्रीडा करते समय मिली।  
 
*कर्ण के जन्म ग्रहण करते ही [[कुन्ती]] ने उन्हें एक मंजूषा में रखकर [[गंगा]] में प्रवाहित कर दिया। यह पेटी अधिरथ और राधा को गंगा में जल-क्रीडा करते समय मिली।  
 
*दम्पति निस्सन्तान थे, अत: कर्ण का पुत्र की भाँति भरण-पोषण किया।  
 
*दम्पति निस्सन्तान थे, अत: कर्ण का पुत्र की भाँति भरण-पोषण किया।  
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07:25, 21 मार्च 2010 का अवतरण

अधिरथ / Adhirath

  • अंग वंश में उत्पन्न सत्कर्मा के पुत्र थे।
  • इनकी पत्नी का नाम राधा था।
  • ये धृतराष्ट्र के सखा और सारथी थे।
  • कर्ण को पाल-पोसकर इन्होंने ही बड़ा किया था।
  • कर्ण के जन्म ग्रहण करते ही कुन्ती ने उन्हें एक मंजूषा में रखकर गंगा में प्रवाहित कर दिया। यह पेटी अधिरथ और राधा को गंगा में जल-क्रीडा करते समय मिली।
  • दम्पति निस्सन्तान थे, अत: कर्ण का पुत्र की भाँति भरण-पोषण किया।


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