श्रीभगवान् बोले-
हे परन्तप अर्जुन[1] ! मेरे और तेरे बहुत-से जन्म हो चुके हैं। उन सबको तू नहीं जानता, किंतु मैं जानता हूँ ।।5।।
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Sri Bhagavan said:
Arjuna, you and I have passed through many births, I remember them all; you do not remember, O chastiser of foes.(5)
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