"गीता 17:4": अवतरणों में अंतर
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श्रद्धा के अनुसार मनुष्यों की निष्ठा का स्वरूप बतलाया गया; इससे यह जानने की इच्छा हो सकती है कि ऐसे मनुष्यों की पहचान कैसे हो कि कौन किस निष्ठावाला | श्रद्धा के अनुसार मनुष्यों की निष्ठा का स्वरूप बतलाया गया; इससे यह जानने की इच्छा हो सकती है कि ऐसे मनुष्यों की पहचान कैसे हो कि कौन किस निष्ठावाला है। इस पर भगवान् कहते हैं – | ||
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12:46, 6 जनवरी 2013 के समय का अवतरण
गीता अध्याय-17 श्लोक-4 / Gita Chapter-17 Verse-4
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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