यदि मेरी प्राप्ति रूप योग के आश्रित होकर उपर्युक्त साधन को करने में भी तू असमर्थ है तो मन-बुद्धि आदि पर विजय प्राप्त करने वाला होकर सब कर्मों के फल का त्याग कर ।।11।।
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If, however, you are unable to work in this consciousness, then try to act giving up all results of your work and try to be self-situated. (11)
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