"गीता 4:6": अवतरणों में अंतर
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इस प्रकार भगवान् के मुख से उनके जन्म का तत्त्व सुनने पर यह जिज्ञासा होती है कि आप किस-किस समय और किन-किन कारणों से इस प्रकार अवतार धारण करते | इस प्रकार भगवान् के मुख से उनके जन्म का तत्त्व सुनने पर यह जिज्ञासा होती है कि आप किस-किस समय और किन-किन कारणों से इस प्रकार अवतार धारण करते हैं। इस पर भगवान् दो [[श्लोक|श्लोकों]] में अपने [[अवतार]] के अवसर, हेतु और उद्देश्य बतलाते हैं- | ||
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11:52, 4 जनवरी 2013 के समय का अवतरण
गीता अध्याय-4 श्लोक-6/ Gita Chapter-4 Verse-6
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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