श्री भगवान् बोले-
मैंने इस अविनाशी योग को सूर्य से कहा था, <balloon link="सूर्य" title="सूर्य महर्षि कश्यप के पुत्र हैं। वे महर्षि कश्यप की पत्नी अदिति के गर्भ से उत्पन्न हुए।
¤¤¤ आगे पढ़ने के लिए लिंक पर ही क्लिक करें ¤¤¤">सूर्य</balloon> ने अपने पुत्र <balloon link="वैवस्वत" title="महाभारत में ८ मनुओं का उल्लेख है। इनमें से वैवस्वत मनु का संबंध कामायनी के नायक से जोड़ा जा सकता है।
¤¤¤ आगे पढ़ने के लिए लिंक पर ही क्लिक करें ¤¤¤">वैवस्वत मनु </balloon> से कहा और मनु ने अपने पुत्र राजा <balloon link="इक्ष्वाकु" title="इक्ष्वाकु अयोध्या के राजा थे, इन्होंने ही अयोध्या में कोशल राज्य की स्थापना की थी।
¤¤¤ आगे पढ़ने के लिए लिंक पर ही क्लिक करें ¤¤¤">इक्ष्वाकु</balloon> से कहा ।।1।।
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Sri Bhagavan said:
I taught this immortal Yoga to Vivasvan (Sun-god); Vivasvan conveyed it to Manu (his son); and Manu imparted it to (his son) Iksvaku (1)
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