"गीता 4:8": अवतरणों में अंतर
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इस प्रकार भगवान् अपने दिव्य जन्मों के अवसर, हेतु और उद्देश्य का वर्णन करके अब उन जन्मों की और उनमें किये जाने वाले कर्मों की दिव्यता को | इस प्रकार भगवान् अपने दिव्य जन्मों के अवसर, हेतु और उद्देश्य का वर्णन करके अब उन जन्मों की और उनमें किये जाने वाले कर्मों की दिव्यता को तत्त्व से जानने का फल बतलाते हैं- | ||
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07:00, 17 जनवरी 2011 का अवतरण
गीता अध्याय-4 श्लोक-8 / Gita Chapter-4 Verse-8
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